गणतंत्र दिवस 
प्रो. सी.बी.श्रीवास्तव "विदग्ध"
सी ६ , विद्युत मंडल कालोनी , रामपुर 
जबलपुर
गणतंत्र हो अमर सही जनतंत्र हो अमर 
भारत की राजनीति में इसका बढ़े असर 
जनतंत्र है जीवन की विधा सबसे पुरानी
शासन समाज व्यक्ति की संयुक्त कहानी 
औरो के सुख दुख का जो हर व्यक्ति को हो भान 
तो जटिल समस्याओ के भी मिलें समाधान 
सब लोग चैन पा सकें हो स्वर्ग हर एक घर 
है पूज्य यही नीति नियम , न्याय औ" सद् भाव
स्वातंत्र्य बंधुता समानता नहीं दुराव
साथी की भावनाओ का सब करें सम्मान
कोई न हो टकराव कहीं , हठ हो न अभिमान
हर दिन विकास कर सकें हर गाँव और नगर
जनतंत्र के सिद्धांत ने दुनियां को लुभाया 
जग उसकी राह पर सही चल नहीं पाया 
कर्तव्य औ" अधिकार का जो हो समान ध्यान 
हर व्यक्ति का कल्याण हो , हो देश कअ उत्थान
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