सतत सुखी जीवन जीने का बड़ा सरल सिद्धांत है ..
प्रो. सी.बी. श्रीवास्तव ‘विदग्ध‘
ओ.बी. 11 एम.पी.ई.बी. कालोनी, रामपुर, जबलपुर म.प्र
मानव साधन , समय नियंता , संचालक भगवान है
ईश्वर की आज्ञा पालन में ही मानव कल्याण है
सद्कर्मो के लिये भावना एक बड़ा आधार है
जिसे समय दे सही प्रेरणा वही सही धनवान है
जीवन सागर में लहरों के प्रबल थपेड़े हैं प्रतिपल
जो उनको सह तैर सकें , सब काम उन्हें आसान हैं
पर जो हैं संपूर्ण समर्पित मन से सेवा कार्य में
उन्हें सफलता का हर क्षण , प्रभु का पावन वरदान है
राह कोई हो , मौसम जो भी , चलना तो अनिवार्य है
कदम निडर हों ढ़ृड़ निश्चय हो , तो न कोई व्यवधान है
गुण अवगुण युग युग से दोनो रहते आये साथ हैं
ये ऐसे ही सदा रहेंगे यह मेरा अनुमान है
पर जो सदाचार का सेवक करता पर उपकार है
यह जग करता आया नित उसका गुणगान है
सतत सुखी जीवन जीने का बड़ा सरल सिद्धांत है
दूर दिखावों से रहता ही नित सच्चा इंसान है
जो विदग्ध निश्छल जीते हैं सबके प्रति सद्भाव रख
प्रकृति और परमात्मा भी उनका करते सम्मान हैं
1 टिप्पणी:
आपका आभार इस सुन्दर रचना के लिये..
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