शनिवार, 24 दिसंबर 2011

नहीं लालची मन से संभव भ्रष्टाचार निवारण

नहीं लालची मन से संभव भ्रष्टाचार निवारण

प्रो. सी.बी. श्रीवास्तव
ओ.बी. 11, एमपीईबी कालोनी
रामपुर, जबलपुर
मो.9425806252


मन ही करता है जीवन की हर गति का संचालन
सिर्फ संयमी मन कर सकता नीति नियम का पालन
यदि मैला है मन तो झूठी सदाचार की बातें
नहीं लालची मन से संभव भ्रष्टाचार निवारण

उजले कपडे ज्ञानाडंबर, औ‘ ऊॅंचा सिंहासन
मन को सही आॅक पाने के, नही सही कोई साधन
सबकी समझ सोच होती है अलग-अलग इस जग मे
अपवित्र मन ही है निष्चित हर बुराई का कारण

सही दृष्टि से हो न सका सद्षिक्षा का निर्धारण
इसीलिये उद्दण्ड हुआ मन, तोड रहा अनुषासन
संयमहीन व्यक्ति का मन आतंकवाद की जड है
जिससे तंग सभी देषो का जग मे आज प्रषासन

नीति नियम कानून कडे हों, हो निष्पक्ष प्रषासन
पर इतने भर से संभव कम भ्रष्टाचार निवारण
सोच विचार आचरण सबके यदि चहिये हितकारी
तो जग मे मन की षिक्षा का हो पावन संसाधन

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